राहुल गांधी पर ग्रेनेड अटैक हो सकता है... मणिपुर पहुंचे तो पुलिस ने आगे नहीं जाने दिया, कांग्रेस बोली- नफरती तानाशाह प्यार से डरता है
Rahul Gandhi Manipur Visit Updates
Rahul Gandhi Manipur Visit Updates: मणिपुर में जातीय हिंसा पनपने के बाद हालात लगातार बिगड़े हुए हैं। वहीं ऐसे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी मणिपुर पहुंच गए हैं। राहुल गांधी बुधवार सुबह दिल्ली से मणिपुर के दो दिन के दौरे के लिए रवाना हुए। लेकिन मणिपुर के इम्फाल एयरपोर्ट पहुंचने के बाद जब राहुल गांधी का काफिला सड़क के रास्ते आगे बढ़ा तो बिष्णुपुर के पास भारी पुलिस फोर्स ने उन्हें रोक लिया और आगे नहीं बढ़ने दिया। पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी।
मणिपुर पुलिस का कहना है कि, हिंसात्मक माहौल है और ऐसे में राहुल गांधी का सड़क के रास्ते आगे जाना ठीक नहीं होगा। ऐसा करने में राहुल गांधी के लिए खतरा हो सकता है. हिंसा के चलते रास्ते में राहुल गांधी पर ग्रेनेड अटैक भी हो सकता है. जिससे हालात और ज्यादा बिगड़ सकते हैं।
फिलहाल, पुलिस ने राहुल गांधी को वापिस इम्फाल एयरपोर्ट लौटा दिया। बताया जा रहा है कि, अब राहुल गांधी इम्फाल से हेलिकॉप्टर के जरिए अपना दौरा पूरा करेंगे। राहुल गांधी मणिपुर में हिंसा के बाद पनपे हालातों का जायजा लेने पहुंचे हैं। राहुल यहां राहत शिविरों का दौरा कर हिंसा के पीड़तों से भी मिलने वाले हैं।
मणिपुर के लोगों ने राहुल के खिलाफ प्रदर्शन किया
बताया जा रहा है कि, राहुल गांधी के मणिपुर दौरे से वहां के लोगों में भारी रोष दिखा। राहुल गांधी के खिलाफ मणिपुर के लोगों ने प्रदर्शन किया और हाथों में पोस्टर लेकर राहुल गो बैक के नारे लगाए। वहीं दूसरी तरफ पुलिस द्वारा राहुल गांधी को आगे बढ़ने से रोके जाने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भी विरोध प्रदर्शन देखा गया।
कांग्रेस ने कहा- शांति और मोहब्बत का पैगाम लेकर पहुंचे राहुल, क्यों रोका?
इधर, कांग्रेस ने कहा कि राहुल शांति और मोहब्बत का पैगाम लेकर मणिपुर पहुंचे हैं। इस बात से नफरत से भरा तानाशाह डरा हुआ है। कांग्रेस ने कहा कि राहुल गांधी मणिपुर हिंसा के पीड़ितों से मिलने जा रहे थे। BJP सरकार ने पुलिस लगाकर उन्हें रास्ते में रोक दिया। सत्ता में बैठे लोगों को शांति, प्रेम, भाईचारे से सख्त नफरत है। लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए... ये देश गांधी के रास्ते पर चलेगा, ये देश प्यार के रास्ते पर चलेगा।
वहीं कांग्रेस के अन्य नेताओं ने कहा कि, मणिपुर के पीड़ित लोगों से मिलकर उनका दर्द बांटने जा रहे राहुल गांधी जी के काफिले को पुलिस द्वारा रोका जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सरकार की अलोकतांत्रिक प्रवृत्ति को प्रदर्शित करता है। मणिपुर बीते कई दिनों से हिंसा की आग में जल रहा है, लेकिन केंद्र सरकार व भाजपा नेता मौन धारण किए हुए हैं।
बीजेपी बोली- पहले ही रोका था न जाएं, जिद में मानते नहीं हैं
बीजेपी ने राहुल गांधी के मणिपुर जाने पर हमला बोला। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि, 'राहुल गांधी जानबूझकर मणिपुर गए हैं, वह हिंसा के बीच और चिंगारी भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। संबित पात्रा ने कहा कि, राहुल गांधी के दौरे को लेकर मणिपुर के लोग विरोध कर रहे थे। इसलिए राहुल को पहले ही रोका था कि वो अभी मणिपुर न जाएं पर वो जिद के आगे मानते नहीं हैं। उन्हें मोहब्बत की दुकान खोलने की बहुत जल्दी है. पात्रा ने कहा कि, वही हुआ जिसका डर था। राहुल गांधी सड़क के रास्ते काफिला लेकर निकले और इस दौरान उन्हें रोक लिया गया। लोगों ने भी राहुल गांधी का विरोध किया.
मणिपुर में हिंसा किसकदर?
बतादें कि, मई से मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय संघर्ष शुरू हुआ था और इसके बाद राज्य में जातीय हिंसा भयावह हो गई। मणिपुर के हालात बेहद खराब हो रखे हैं। जगह-जगह आगजनी-तोड़फोड़ हो रही है। गोलियां चल रही हैं। लोग मर रहे हैं। हिंसा पर काबू पाने के लिए सेना और अर्धसैनिक बलों को मैदान में उतारा गया है। लेकिन हालात संभल नहीं रहे।